Waheeda Rehman को मुसलमान होने के कारण झेलना पड़ा था रिजेक्शन, डांस सिखाने से पहले मांगी थी कुंडली Feb 3rd 2022, 06:45 वेटरन ऐक्ट्रेस (Waheeda Rehman) का जन्म 3 फरवरी 1938 को हुआ था। पद्म श्री, पद्म भूषण और नेशनल फिल्म अवॉर्ड से सम्मानित वहीदा ने हिंदी सिनेमा की एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया है। वो एक शानदार ऐक्ट्रेस होने के साथ-साथ बेहतरीन डांसर ( Dancer) भी हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक समय ऐसा भी था, जब उनके मुस्लिम धर्म की वजह से एक गुरु ने उन्हें भरतनाट्यम सिखाने से इनकार कर दिया था। वहीदा रहमान ने रिएलिटी शो 'डांस दीवाने' के सेट पर इसका खुलासा किया था और बताया था कि भरतनाट्यम गुरु ने उन्हें डांस सिखाने से मना कर दिया था, लेकिन बाद में उन्होंने गुरु को मना लिया था, लेकिन इसके लिए उन्हें काफी जद्दोजहद करनी पड़ी थी। यहां तक कि गुरु ने पहले उनकी कुंडली बनाई, फिर डांस सिखाया था। भरतनाट्यम सिखाने से किया इनकार वहीदा रहमान ने बताया था, 'वो चेन्नई में थीं और एक गुरु से भरतनाट्यम सीखना चाहती थीं, जिनका काफी नाम था।' उन्होंने कहा, 'मेरे एक दोस्त थे, उनको मैंने कहा मैंने इन्हीं से सीखना है तो उन्होंने कहा नहीं, मैं इनको नहीं सिखा सकता। मगर क्यों नहीं सिखा सकते? क्योंकि लड़की मुसलमान है। तो उससे क्या ताल्लुक है, मुसलमान हो या क्रिश्चियन हो या हिंदू हो? नहीं वो अपने भाव जो होते... पदम होते, वरणम होतो है, वो नहीं कर पाएगी।' गुरु ने बनाई कुंडली वेटरन ऐक्ट्रेस ने आगे कहा, 'मैंने बहुत जिद की, मेरे दोस्त को भेजती रही, मेरी मम्मी के दोस्त को। तो कहने लगे, अच्छा उसकी कुंडली ले आओ। तो हमने कहा हम लोगों में कुंडली बनाते नहीं है। तो बोले अच्छा ये तो बड़ी प्रॉब्लम है। तो अच्छा चलो इसका बर्थ डेट दो। मैं अपने से कुंडली बनाता हूं। तो उन्होंने कुंडली बनाई। तो बोले, अरे ये तो बड़े ताज्जुब की बात है। ये कुंडली दिखाती है कि ये लड़की मेरी आखिरी और सबसे अच्छी स्टूडेंट होगी।' साउथ फिल्म से की ऐक्टिंग की शुरुआत वहीदा रहमान ने तेलुगू फिल्म Rojulu Marayi से 1955 में ऐक्टिंग की शुरुआत की थी। फिर गुरु दत्त की 'प्यासा', 'कागज के फूल', 'चौदवीं का चांद' और 'साहब बीबी और गुलाम' जैसी फिल्मों में अपनी अदाकारी के जलवे बिखेरे। 1965 में 'गाइड' से पहचान मिली। इसके बाद उन्होंने सफलता के नए आयाम गढ़े। |