जब सफेद साड़ी के कारण Lata Mangeshkar का उड़ाया गया था मजाक, गुस्से में सिंगर ने लिया था ये फैसला Feb 6th 2022, 08:01 6 फरवरी की सुबह जैसे ही स्वर कोकिला और भारत रत्न लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) निधन की खबर आई, सभी को जोर का झटका लगा। फिल्म इंडस्ट्री में मातम पसर गया। लता मंगेशकर का 92 वर्ष की उम्र में मल्टिपल ऑर्गन फेल्यिर () के कारण निधन हो गया। लता मंगेशकर पिछले 28 दिनों से ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं। उन्हें कोरोना और निमोनिया भी था। 5 साल की नन्ही सी उम्र से काम कर रहीं लता मंगेशकर ने करीब 6 दशकों तक काम किया। हजारों गाने गाए और ऐक्टिंग तक की। लेकिन लता मंगेशकर का म्यूजिक की दुनिया में सफर (Lata Mangeshkar struggle) आसान नहीं रहा। जहां एक बार उन्हें खाने में जहर देकर जान से मारने की कोशिश की गई, तो शुरुआती दिनों में दुर्व्यवहार भी किया गया। सिंगर, ऐक्टर और म्यूजिक डायरेक्टर जी एम दुर्रानी (GM Durrani) ने तो एक बार लता मंगेशकर को उनके कपड़ों के कारण ताना मार दिया था। जी एम दुर्रानी 1930, 40 और 50 के दशक में भारतीय संगीत की दुनिया पर राज कर रहे थे। उस दौरान हर तरफ जी एम दुर्रानी यानी गुलाम मुस्तफा दुर्रानी का ही जलवा था। यह तब की बात है जब मोहम्मद रफी संगीत की दुनिया में नहीं आए थे। उसी दौरान लता मंगेशकर की भी हर तरफ चर्चा थी। पर हम जिस घटना की बात कर रहे हैं, वह 1949 में घटी। पढ़ें: पढ़ें: 'नैशनल हैराल्ड इंडिया' में छपी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, यह फिल्म 'चांदनी रात' के दौरान की बात है। इस फिल्म में सायरा बानो की मां नसीम बानो थीं। इसी फिल्म में लता मंगेशकर को म्यूजिक के उस्ताद नौशाद के लिए जी एम गुर्रानी के साथ गाना रिकॉर्ड करना था। लेकिन जैसे ही लता मंगेशकर गाने की रिकॉर्डिंग के लिए पहुंचीं, लेकिन बिना रिकॉर्ड किए ही वापस लौट गईं। रिपोर्ट के मुताबिक, जी एम दुर्रानी ने लता मंगेशकर के साथ ठीक बर्ताव नहीं किया था। लता एकदम शर्मीली और विनम्र स्वभाव की थीं, वहीं दुर्रानी के अपने जलवे थे। दुर्रानी ने लता मंगेशकर के साथ शरारतें करनी शुरू कर दीं। उन्होंने सोचा था कि लता शर्मीली हैं और कुछ नहीं कह पाएंगी। दुर्रानी ने पूछा-गले में क्या पहना है? सफेद चादर लपेट कैसे चली आती हो? एक बार ऐसा हुआ कि जब लता मंगेशकर रिकॉर्डिंग के लिए पहुंचीं तो जी एम दुर्रानी ने उनके साथ ओवर-फ्रेंडली होने की कोशिश की। लता मंगेशकर ने गले में हार पहना हुआ था। उसे देख जी एम दुर्रानी ने लता से पूछा, 'ये गले में क्या पहनकर आई हो?' जवाब में लता जी ने कहा कि हाथी के दांत का नेकलेस है, जो उन्हें उनके पिता ने गिफ्ट किया था। लेकिन दुर्रानी ने लता मंगेशकर की बात को अनसुना करते हुए कहा कि चूंकि उनकी गोल्डव वॉइस है, इसलिए उन्हें गोल्डन जूलरी पहननी चाहिए। उन्होंने यह तक कहा था, 'लता, तुम रंगीन कपड़े क्यों नहीं पहनती? तुम कैसे इस तरह सफेद चादर लपेटकर चली आती हो?' लता ने लिया कभी साथ काम न करने का फैसला इसके बाद भी जी एम दुर्रानी नहीं रुके और लता मंगेशकर को इम्प्रैस करने के लिए तारीफ पर तारीफ करने लगे। लेकिन लता मंगेशकर भड़क गईं और कहा कि अब वह कभी भी जी एम दुर्रानी के साथ नहीं गाएंगी। यह लता के लिए सबसे बड़ा और रिस्का फैसला था क्योंकि वह उस वक्त अपने करियर के शुरुआती दिनों में थीं। उन्होंने न सिर्फ उस दौर के सबसे बड़े सिंगर के साथ काम करने से इनकार किया था बल्कि नौशाद जैसे कंपोजर के साथ काम करने के ऑफर को भी रिस्क में डाल रही थीं। पर लता ने दिलेरी दिखाई और अपने फैसले पर अडिग रहीं। दुर्रानी को लेकर लता मंगेशकर ने कही थी यह बात इस बारे में पूछे जाने पर लता मंगेशकर ने एक इंटरव्यू में बाद में कहा था कि जिस तरह से जी एम दुर्रानी ने उनके साथ बात की थी, वह उन्हें बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा। इसलिए उन्होंने दुर्रानी के साथ कभी भी गाना न गाने का फैसला किया। यही वजह है कि लता मंगेशकर ने अपने करियर में कभी भी दुर्रानी के साथ कोई गाना नहीं गाया। |