Lata Mangeshkar Last Song: लता मंगेशकर ने आखिरी बार गाया था ये गाना, विशाल भारद्वाज ने शेयर किया था अनरिलीज्ड सॉन्ग Feb 6th 2022, 08:03 स्वर साम्राज्ञी का रविवार 6 फरवरी को निधन हो गया। लता के निधन से पूरा संगीत जगत सदमे में है। स्वर कोकिला के नाम से मशहूर और भारत रत्न से सम्मानित लता मंगेशकर ने अपने करियर में हजारों गानों को अपनी आवाज दी। लता ने कई भारतीय भाषाओं में गाने गाए और उनके गाने हमेशा यादगार रहेंगे। ऐसे में क्या आपको पता है कि लता का आखिरी गाना कौन सा था। यह था लता का आखिरी रिलीज सॉन्गयूं तो लता मंगेशकर ने लगभग 36 भारतीय भाषाओं में 5 हजार से ज्यादा गानों को अपनी आवाज दी थी। ऐसे में अगर उनके आखिरी रिलीज गाने की बात की जाए तो यह 'सौगंध मुझे इस मिट्टी की' था जिसे मयूरेश पई ने कंपोज किया था। यह गाना 30 मार्च 2019 को रिलीज किया गया था। यह गाना राष्ट्र और भारतीय सेना के सम्मान के लिए प्रस्तुत किया गया था। लता का आखिरी फिल्मी गाना और ऐल्बमलता मंगेशकर ने सबसे ज्यादा हिंदी गानों को अपनी मधुर आवाज दी थी। उनके आखिरी फिल्मी गाने की बात की जाए तो यह साल 2006 में रिलीज हुई 'रंग दे बसंती' का गाना 'लुका छिपी' था। इस गाने को एआर रहमान ने कंपोज किया था। लता मंगेशकर की आखिरी हिंदी ऐल्बम की बात की जाए तो यह साल 2004 में रिलीज हुई फिल्म 'वीर-जारा' थी। मदन मोहन के संगीत से सजी इस फिल्म में लता ने कई सुपरहिट गानों जैसे 'तेरे लिए हम हैं जिए', 'ऐसा देस है मेरा', 'ये हम आ गए हैं कहां', 'हम तो भई जैसे हैं', 'दो पल रुका ख्वाबों का कारवां' को आवाज दी थी। कभी रिलीज नहीं हुआ लता का यह गानालता मंगेशकर के कई गाने ऐसे भी थे जो कभी रिलीज ही नहीं हुए। ऐसा ही एक गाना म्यूजिक कंपोजर, डायरेक्टर और प्रड्यूसर विशाल भारद्वाज ने लता मंगेशकर के जन्मदिन के मौके पर सितंबर 2021 में सोशल मीडिया पर शेयर किया था। 'ठीक नहीं लगता' टाइटल वाले इस गाने को 90 के दशक में रिकॉर्ड किया गया था। इस गाने को गीतकार गुलजार ने लिखा था। |